पाकिस्तान एक बार फिर विवादों में घिर गया, जब चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच के ट्रॉफी वितरण समारोह में पीसीबी का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। यह मैच भारत ने जीता था। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर कामरान अकमल ने इस मामले पर निराशा व्यक्त की। पीसीबी ने आईसीसी के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराई और घटना के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा। कामरान अकमल के अनुसार, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम के खराब प्रदर्शन को देखते हुए पाकिस्तान का कोई भी खिलाड़ी मंच पर आने का हकदार नहीं है।
कामरान अकमल ने पाकिस्तान की आलोचना की
उन्होंने कहा, ‘‘आईसीसी ने हमें आईना दिखाया है। टूर्नामेंट के निदेशक (सुमैर) वहां मौजूद थे। वह उपलब्ध थे, फिर भी वह समारोह में क्यों नहीं थे? ऐसा इसलिए है क्योंकि हम वहां रहने के लायक नहीं हैं। हम अच्छा क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। छोटी टीमों ने हमें आईना दिखा दिया है। किसी ने इस बात पर चर्चा नहीं की कि पाकिस्तान ने टूर्नामेंट की मेजबानी कैसे की। अगर हम इस तरह का क्रिकेट खेलेंगे तो हमारे साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया जाएगा। अकमल ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘अगर आप अपने लिए खेलोगे तो कोई सम्मान नहीं मिलेगा।’’
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पीसीबी का कोई प्रतिनिधि नहीं
यह मुद्दा रविवार को दुबई में आयोजित फाइनल मैच में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर भारत द्वारा अपना तीसरा चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब जीतने के बाद उठाया गया। चूंकि पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी मैच में मौजूद नहीं थे, इसलिए उनकी जगह सुमैर अहमद को वहां भेजा गया। लेकिन आईसीसी द्वारा मैच के बाद के समारोह में उन्हें मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया।
उनकी जगह बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने भारतीय खिलाड़ियों को सफेद जैकेट सौंपी और मैच अधिकारियों को पदक प्रदान किए, जबकि विजेताओं को आईसीसी के चेयरमैन जय शाह ने पदक प्रदान किए और ट्रॉफी भारत के कप्तान रोहित शर्मा को दी गई। मंच पर उनके साथ बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया, जो आईसीसी बोर्ड में बीसीसीआई के निदेशक भी हैं, और न्यूजीलैंड क्रिकेट के सीईओ रोजर टूसे भी मौजूद थे। दिलचस्प बात यह है कि बिन्नी आईसीसी बोर्ड में वैकल्पिक निदेशक हैं। हालांकि पीसीबी के टूर्नामेंट निदेशक सुमैर अहमद मौजूद थे, लेकिन उन्हें मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया। आईसीसी प्रोटोकॉल के अनुसार केवल पदाधिकारियों को ही इसकी अनुमति है, निदेशकों को नहीं।